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एक संकल्प हिंदी की रक्षा के लिए !

The Way I Felt ..
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आज हिंदी दिवस के इस ख़ास उपलक्ष्य में हम सब एक संकल्प ले हिंदी की रक्षा के लिए…

आज के इस युग में हमारे से हमारी राष्ट्रभाषा, मातृभाषा हिंदी धीरे-धीरे पिछड़ती जा रही है और इसके मुख्य कारण है- १- शिक्षा व्यवस्था,२- युवा पीढ़ी को गलत सन्देश,३- समाज में बढता इंग्लिश का वर्चस्व…
आजकल शिक्षा व्यवस्था खास तौर पर इंग्लिश-माध्य विद्यालो में हिंदी को कोई महत्वपूर्ण स्थान नहीं प्राप्त होता है , जिसकी वजह से बच्चे हिंदी की अहमियत को अच्छे से समझ नहीं पाते , और इसी कारण हिंदी भाषा हमारे समाज से धीरे-धीरे पिछड़ती जा रही है…..
हिंदी के खत्म होते वर्चस्व का दूसरा बड़ा कारण है ,युवा पीढ़ी तक गलत गलत सन्देश पहुंचना , जब कोई युवा किसी नौकरी के लिए जाता है तो उसके सामने सबसे पहले इंग्लिश बोलने की शर्त रख दी जाती है जिससे की युवा पीढ़ी को गलत सन्देश पहुँचता है कि आजकल “हिंदी कि कोई अहमियत नहीं है” , जोकि बहुत बड़ा कारण है हिंदीभाषियों की कम होती संख्या का….
समाज में बढ़ता इंग्लिश का वर्चस्व , आजकल समाज में खास तौर पर महानगरो में इंग्लिश का वर्चस्व इतना बढ़ गया है कि हर व्यक्ति आपको इंग्लिश बोलता दिखेगा , लगता है अब हिंदी बोलना भी गुज़रे ज़माने कि बात हो गयी है ….
मै किसी भाषा के खिलाफ नहीं हूँ मै मानता हूँ की हमें कई भाषाओँ का ज्ञान होना चाहिए , पर मै ये भी कहता हूँ कि वार्तालाप और बोलने के लिए हमें अपनी राष्ट्रभाषा,मातृभाषा हिंदी का प्रयोग करना चाहिए…
—– मै धन्यवाद देता हूँ जागरण जंक्शन का कि ये हमें अपनी भावनाए हिंदी में व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है…
—- आज हिंदी दिवस के मौके पर एक भारतवासी होने के नाते मै हिंदी को शत-शत नमन करता हूँ …..
और आप सभी से हिंदी के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने कि कामना करता हूँ….
—- जय हिंद जय भारत

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